The Rest Frame
All the things are relative, this is my rest frame.
Kavi Ka Pyar
May 5, 2020
कवि का प्यार
सुबह का रियाज़, तुम्हारे नाम
शाम का रियाज़, तुम्हारे नाम;
धोरे पर बैठकर सुरों का क्रमन
गायन का अभ्यास, तुम्हारे नाम।
कलम का वर्णन सिर्फ तुम्हारी याद
कविता का भाव सिर्फ तुम्हारी तारीफ;
अन्तरे के अल्फाज़ तुमको समर्पित मुखड़े के शब्दों में तुम्हारी तशरीफ़। यगण-तगण-मगण हैं तुम्हारे लिए
पद-छंद-शायरी तुम्हें देख बुनते हैं;
हमारी जिन्दगी तो बस मुक्तक ही है वर्ण-शब्द-मात्रा तुम्हारे लिए गिनते है। दोहे सोरठे वाले बीजता था जो बीज़ अब वो पककर फसल बन चुकी है;
When It Rains
May 3, 2020
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When it rains in morning
I am little bit more happy Because I get more time to complete sleep and dream.
When it rains in afternoon
I enjoy so much to be wet in water,
I sing, dance and jump in rainwater I forget all stress or responsibilities. When it rains in evening
I sit in a corner and just watch
It raining on trees near the canal And discover title of a new poem.
My Thoughts on Happiness
Apr 30, 2020
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My Thoughts on Happieness Want to live life…
Don’t wait for someone.
Because there is no person
Made for only happienesss
Want to be real joyful..
Don’t look for any reason
Just solo…………
Because there is no reason for Happiness For the joy of tomorrow
Don’t kill joy of today.
Live your today
Why worry for tomorrow…
Want to enjoy your life….
Don’t wait……
Beacuse there is no moment of happiness .
The Search| Not NF
Apr 30, 2020
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ढूँढने निकले हैं खुद को
शायद किसी कचरे के ढेर में खो दिया था
निकला था मैं राही
मंजिल को पाने, खुद की तलाश में चला था खुद को समझने खुद को पाने; दुनिया के बहकावे मे आ बैठा
दुनिया से दिल लगा बैठा;
झूठी खुशी के चक्कर में
खुशी के आँसू भूला बैठा
आज पिछे मुङकर देखता हूं, आंखें बंद करके रोता हूँ जब खुद को खोया पता हूँ बहुत पछताता हूँ। दुनिया में आकर मेनें जीतना तो सीखा